सुकन्या समृद्धि योजना: बेटियों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए सरकार की पहल, जानिए कैसे संवरेगा बेटियों का भविष्य
सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक प्रमुख बचत योजना है, जिसे विशेष रूप से देश की बेटियों के भविष्य की सुरक्षा और उनकी शिक्षा तथा विवाह के लिए धन संचय के दृष्टिकोण से डिज़ाइन किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय समाज में बेटियों की महत्वपूर्ण भूमिका को सशक्त बनाना और बेटियों की शिक्षा और विवाह के लिए धन संचित करने के लिए माता-पिता प्रेरित करना है।
इस योजना के तहत माता-पिता या किसी अभिभावक द्वारा अपनी बेटियों के नाम पर बचत खाता खोला जा सकता है, जिसमें वे नियमित अंतराल पर राशि जमा कर सकते हैं। इस योजना की सबसे प्रमुख विशेषता यह है कि जमा की गई राशि पर सरकार द्वारा बहुत ही उचित दर पर ब्याज प्रदान किया जाता है ताकि जमा राशि का मूल्य समय के साथ बढ़ता रहे।
तो आइए इस विशेष योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं:
खासियतें और लाभ
- सुकन्या समृद्धि खाता किसी भी बैंक या डाकघर में खोला जा सकता है।
- सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खोलने के लिए आवेदक को फॉर्म के साथ पोस्ट ऑफिस या बैंक से अपनी बेटी का जन्म प्रमाण पत्र भी जमा करना होगा। इसके अलावा बच्ची और माता-पिता का पहचान पत्र जैसे पैन कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट और निवास का प्रमाण पत्र जैसे पासपोर्ट, राशन कार्ड, बिजली बिल, टेलीफोन बिल, पानी का बिल जमा करना होगा। सुकन्या समृद्धि योजना खाते में निवेश की राशि चेक, डिमांड ड्राफ्ट या बैंक द्वारा स्वीकार किए जाने वाले किसी अन्य माध्यम से भी जमा की जा सकती है।
- सुकन्या समृद्धि योजना पर इस समय आपको सालाना आठ फीसदी ब्याज मिल रहा है। आप बेटी के दस साल की होने से पहले यह खाता खुलवा सकते हैं. यह स्कीम 21 साल बाद मैच्योर होती है. हालाँकि, आपको खाते में केवल 15 साल तक ही पैसा जमा करना होगा।
- इस खाते में जमा किया जाने वाला धन और ब्याज दोनों पर टैक्स छूट मिलती है।
- अभिभावक अधिकतम दो बेटियों के नाम पर खाता खोल सकते हैं। अगर जुड़वाँ या तीन लड़कियाँ एक साथ पैदा होती हैं तो तीसरी लड़की को भी इसका लाभ मिलेगा।
योजना की मुख्य विशेषताएँ
- अवधि: जमा की गई राशि 21 साल में मैच्योर होती है।
- निकासी: जब बेटी 18 साल की हो जाती है तो उसकी पढ़ाई या शादी के लिए पैसे निकालने की अनुमति होती है।
- निवेश सीमा: सालाना न्यूनतम ₹250 से अधिकतम ₹1,50,000 तक का निवेश किया जा सकता है।
नवीनतम बदलाव
सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना में समय-समय पर कुछ बदलाव किए हैं:
- सालाना ब्याज अब प्रत्येक वित्तीय वर्ष के अंत में खाता में जोड़ दिया जाएगा।
- यदि किसी वजह से निवेश नहीं होता है, तो भी ब्याज प्राप्त होता रहेगा।
- अब 18 साल की उम्र में बेटी खाता संचालित कर सकती है, पहले यह सीमा 10 साल थी।
टैक्स लाभ
Sukanya Samriddhi Yojana 'EEE (Exempt Exempt Exempt) status' के अंतर्गत आती है, इससे निवेशक को तीन प्रकार की टैक्स छूट मिलती है:
- निवेश पर टैक्स छूट।
- जमा राशि पर मिलने वाला ब्याज टैक्स से मुक्त।
- मैच्योरिटी पर भी कोई टैक्स नहीं देना पड़ता।
निवेश की संरचना
उदाहरण के लिए निवेश राशि और मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि का विवरण इस प्रकार है:
मासिक निवेश | 21 साल बाद प्राप्त राशि |
---|---|
₹1000 | ₹5,39,449 |
₹5000 | ₹26,97,249 |
₹10,000 | ₹53,94,491 |
₹12,500 | ₹67,43,114 |
सुकन्या समृद्धि योजना से संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित बैंक की वेबसाइट पर भी जा सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करना उन लोगों के लिए एक बुद्धिमान कदम है जो अपनी बेटियों के लिए एक स्थायी भविष्य सुरक्षित करना चाहते हैं। यह योजना भारतीय समाज में लड़कियों की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानती है और उनके लिए जागरूकता और समर्थन बढ़ाने में मदद करती है। इस योजना में निवेश करके आप अपनी बेटी के सुरक्षित और समृद्ध भविष्य में योगदान दे सकते हैं।